अभ्यास का दर्शनशास्त्र
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- ध्वनि
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अभ्यास का दर्शनशास्त्र हृदय और आत्मा पर अंकित करने के लिए पढो
◎ जिस शिक्षा का क्रिया में उपयोग नहीं किया जाता वह शिक्षा नहीं है।
◎ जिस जीवन में क्रिया नहीं की गई वह जीवन नहीं है।
◎ संकल्प करना स्व-निंदा समीक्षा करना
खुद से पूछिए खुद को जवाब दीजिए
◎ सत्य की खोज के बिना सीखना, शिक्षा नहीं है।
◎ सत्य की खोज के बिना जीवन,
जीवन नहीं है।
◎ संकल्प करना स्व-निंदा समीक्षा करना
खुद से पूछिए खुद को जवाब दीजिए
◎ व्यक्ति को सबसे महत्त्वपूर्ण रूप से सच्चे मन के साथ इस हकीकत का पता होना चाहिए कि सिद्धांत ही उदात्त, उच्च और उमदा दिव्य संरक्षण और स्वर्ग का फरमान है।
◎ स्वर्ग और पृथ्वी की महान प्रकृति के तर्क का सम्मान करता मन रक्षक, और सिद्धांतों तथा नियमों, कारण और प्रभाव का कानून, तथा स्वर्ग और पृथ्वी का तर्क है।
◎ पेडों से और केवल एक ही रास्ता लेने की भावना से, सभी तरह से, सच्चाई से सीखो।
◎ पेडों के पास फूल बनाने और फल देने के लिए, पूरी तरह से ईमानदार, निरंतर और अविचलित हृदय और आत्मा होती है।
◎ सत्य को चरम और निरंतर और अभेद्य मन की स्थिति तक आगे बढ़ाने के लिए अभ्यास की शक्ति प्राप्त करना
◎ जीवन को चरम और निरंतर और अभेद्य मन की स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए अभ्यास की शक्ति प्राप्त करना
◎ शांति को चरम और निरंतर और अभेद्य मन की स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए अभ्यास की शक्ति प्राप्त करना
सत्य के लिए केवल एक रास्ता लेने की भावना को महसूस करने के लिए एक दृढ़ विश्वास और कभी न मुडनेवाले तथा दृढ संकल्प के साथ; समय के परिवर्तनों द्वारा न बहे जाने की अवस्था; एक जिद्दी मानसिक शक्ति के माध्यम से प्राप्त मन और आत्मा की निरंतर और अपूर्ण स्थिति के साथ जो व्यक्ति के जीवन में कभी भी, बिलकुल भी नहीं, सदा के लिए और अपरिवर्तनीय रूप से बदलेगी नहीं; व्यक्ति के मन के साथ उसके समग्र जीवन के दौरान भक्ति के साथ; व्यक्ति को प्रतिज्ञाओं को सार्थक बनाना चाहिए और न्यायपूर्ण तथा कठोरता पूर्वक उनका अभ्यास करना चाहिए।
किम चांग-इन के व्यावहारिक दर्शनशास्त्र का प्रसार